वे तो बहुत हैं !



मेरे विरुद्ध छिड़े हुए युद्ध से वह मेरे प्राण को सकुशल छुड़ा लेगा, क्योंकि मुझ से लड़ने वाले तो बहुत हैं।
भजन 55:18

एक बार दुष्टात्मा-ग्रस्त एक व्यक्ति को प्रभु यीशु के पास लाया गया। उसने प्रभु यीशु से कहा, 'हम बहुत हैं।' परन्तु वह व्यक्ति ने छुटकारा पाया (मरकुस 5:1-20)। क्या हम अक्सर यह नहीं सोचते कि हमारा दुश्मन अधिक शक्तिशाली है?

गोलियत दाऊद के सामने शक्तिशाली लग रहा था (1 शमू 17)। गिदोन ने अमालेकियों की एक बहुत बड़ी सेना के विरुद्ध लड़ने के लिए 32,000 सैनिकों की व्यवस्था की थी; परन्तु परमेश्वर ने उन्हें तीन सौ की गिनती तक कम करने का फैसला किया (न्याय 6-7)। बाइबल में ऐसे सभी उदाहरणों में, जिसने भी युद्ध के समय परमेश्वर को अपने साथ लेने का चुनाव किया था, वह ही युद्ध जीते।

यदि परमेश्वर हमारे साथ हैं, तो हमारी निर्बलताओं में भी हम सामर्थी होते हैं (2 कुरि 12:10)। परमेश्‍वर निर्बलों को चुनते हैं, ताकि बलवानों को लज्जित कर सकें (1 कुरि 1:27)।

परमेश्वर के बिना बहुत सारे होने से बढ़कर, परमेश्वर के साथ खड़ा अकेला व्यक्ति अधिक सामर्थी होता है!

प्रार्थना: प्यारे पिता परमेश्वर, हमेशा आपके साथ मिलकर ही अपने शत्रुओं से लड़ने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!

(translated from English to Hindi by Sheeba Robinson)

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