शत्रु को पराजित करना


परमेश्वर जो प्राचीनकाल से सिंहासन पर विराजमान है, सुनेगा और उनको उत्तर देगा - अर्थात उन्हें जिनमें कोई परिवर्तन नहीं होता, न वे परमेश्वर का भय मानते हैं। भजन 55:19

हाल ही में भारत में एक स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'केवल ख़ुदा ही हमें कोरोना वायरस से बचा सकते हैं।' यह कितना सशक्त कथन है यह, जो परमेश्वर की महिमा करती है! दुनिया भर में अभी की इस परिस्थिति में बहुत-से लोग अब तक इस वास्तविकता का अहसास करने लगे हैं।

ध्यान दें कि दाऊद यहाँ कहता है, मेरे द्वारा नहीं, परन्तु परमेश्वर ही स्वयं उन्हें पराजित करेंगे (55:19)। हम अक्सर अपनी ताकत से अपने दुश्मन से लड़ने की कोशिश करते हैं। इस वाक्यांश को, 'परमेश्वर आपके लिए स्वयं युद्ध करेंगे' पवित्रशास्त्र में कई बार दोहराया गया है (निर्ग 14:14; व्यव 3:22)।

जो लोग परमेश्वर का भय नहीं मानते हैं, वे बहुत आसानी से पराजित हो जाएँगे (55:19); और जब आप परमेश्वर का भय मानते हुए जीवन बिताते हैं, तो आपके दुश्मन भी आसानी से पराजित किए जाएँगे।  याद रखें, मनुष्य हमारे असली दुश्मन नहीं हैं, परन्तु शैतान है, जो अक्सर उन्हें नियंत्रित करता है।

क्या आप जानते हैं कि आपका दुश्मन कौन है और आप उसे कैसे हरा पाएँगे ?

जब परमेश्वर हमारी तरफ से युद्ध लड़ते हैं, तो हमारा कोई भी शत्रु जीत नहीं सकता!

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, हमेशा युद्ध की भूमिका आपके हाथों में छोड़ने के लिए मुझे सिखाएँ, ताकि शत्रु हमेशा पराजित हो। आमीन!

(translated from English to Hindi by Sheeba Robinson)

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