डगमगाया?
अपना बोझ यहोवा पर डाल दे और वही तुझे सम्भालेगा, वह धर्मी को कभी टलने न देगा। भजन 55:22
मेरे बचपन में मुझे काजू खाना बहुत पसंद था। एक बार मैं काजू के बड़े-से एक पेड़ के पास गया, जो पूरा फल से भरा हुआ था। परन्तु मुझे निराशा ही मिली क्योंकि नीचे से पेड़ को हिलाने की वजह से एक भी फल पाने में मैं कभी-भी सफल नहीं हो पाया।
दो तरह की बातें मौजूद हैं, पहली- जो डगमगा सकती है और दूसरी- जो कभी-भी नहीं डगमगा सकती। यहाँ तक कि हम भी गलत बातों पर अपना ध्यान केंद्रित करने के कारण डगमगा सकते हैं।
स्वर्ग और पृथ्वी को हिलाया जा सकता है (इब्रा 12:26-27)। जो लोग अपना बोझ परमेश्वर पर डालते हैं, उन्हें वह स्वयं सम्भालेंगे और वे कभी न डगमगाएँगे (भजन 55: 22a)। धर्मी व्यक्ति कभी-भी न डगमगाएगा (भजन 55: 22b)। जो व्यक्ति अपना ध्यान केवल परमेश्वर पर ही केंद्रित रखता है, वो कभी न डगमगाएगा (भजन 16:8)।
आपके जीवन में आप किन अवसरों पर डगमगाए होंगे? ऐसा कौन-सा एक कदम हो सकता है जो आपको परमेश्वर पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करे?
क्या आप कभी अपने जीवन में डगमगाए? हमेशा अपने कार्यों और नींव की जाँच करते रहें।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, मुझे अपने जीवन भर केवल आप पर विश्वास करना सिखाइए ताकि मैं कभी-भी न डगमगाने पाऊँ। आमीन!
(translated from English to Hindi by Sheeba Robinson)
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