व्यर्थ हथियार !
B. A. Manakala
बहते पानी के समान वे लुप्त हो जाएँ, जब वह अपने तीर साधे तब वे नोक-रहित बाण हो जाऍं। भजन 58:7
कभी-कभी मेरा छोटा बेटा मुझसे यह कहते हुए कुश्ती लड़ता है कि 'मैं आप से ज़्यादा शक्तिशाली हूँ।' मैं खुद ही हार मानने का बहाना करता हूँ, जिससे उसे बहुत खुशी मिलती है।
क्या आप दुष्टों के व्यर्थ हथियारों से भयभीत होते हैं, यह महसूस किए बिना कि वे बेकार और टूटे हुए हैं (भजन 58:3-9)?
इस सत्य की उपेक्षा न करें कि वह जो आप में हैं, वह उस से कहीं बढ़कर हैं जो आपके विरुद्ध लड़ता है (1 यूहन्ना 4:4)। आपके विरुद्ध कोई भी हथियार सफल नहीं होगा (यशा 54:17)। शान्त रहें; परमेश्वर स्वयं आपके लिए लड़ेंगे (निर्ग 14:14)।
परमेश्वर की सामर्थ, जो आप में काम कर रही है, उस के बारे में आप स्वयं को याद दिलाने के लिए क्या करेंगे?
आप अपने शत्रु के बेकार हथियारों को देखने से पहले ही, आप अपने आप को यह देखने के लिए बेहतर रूप से प्रशिक्षित करें कि कौन (परमेश्वर) आपके लिए युद्ध लड़ते हैं!
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आपकी उपस्थिति को पल-पल मेरे जीवन में देखने के लिए मेरी आँखों को खोलिए। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
Comments
Post a Comment